संभल, 17 मार्च 2025: उत्तर प्रदेश के संभल जिले में चंदौसी के लक्ष्मणगंज इलाके में सरकारी जमीन पर बनी रजाए मुस्तफा मस्जिद और इसके आसपास मौजूद 34 मकानों को लेकर प्रशासन ने सख्त रुख अपना लिया है। जिला प्रशासन ने इस मामले में कड़ा कदम उठाते हुए अवैध कब्जे को हटाने और दोषियों के खिलाफ कार्रवाई करने की ठान ली है। इस घटनाक्रम से इलाके में तनाव का माहौल बन गया है और लोग प्रशासन के अगले कदम पर नजरें टिकाए हुए हैं।
नगर पालिका की शिकायत ने खोला मामला
यह पूरा विवाद तब शुरू हुआ जब नगर पालिका चंदौसी ने तहसील प्रशासन को सूचना दी कि लक्ष्मणगंज इलाके में सरकारी जमीन पर मस्जिद और कई मकानों का निर्माण किया गया है। नगर पालिका का दावा है कि यह जमीन उनकी संपत्ति है और इसे अवैध रूप से अतिक्रमण करके इस्तेमाल किया जा रहा है। शिकायत मिलते ही संभल के जिलाधिकारी (डीएम) राजेंद्र पेंसिया और पुलिस अधीक्षक (एसपी) कृष्ण बिश्नोई ने मौके पर पहुंचकर स्थिति का जायजा लिया।
डीएम का सख्त रुख: FIR से शुरू होगी कार्रवाई
निरीक्षण के बाद डीएम राजेंद्र पेंसिया ने स्पष्ट शब्दों में कहा कि सरकारी जमीन पर किसी भी तरह का अवैध कब्जा बर्दाश्त नहीं किया जाएगा। उन्होंने निर्देश दिया कि जिन लोगों ने इस जमीन को बेचा या उस पर निर्माण किया, उनके खिलाफ तत्काल FIR दर्ज की जाए। डीएम ने यह भी कहा कि पहले दोषियों की पहचान कर कानूनी कार्रवाई की जाएगी, इसके बाद अतिक्रमण हटाने की प्रक्रिया शुरू होगी। प्रशासन का यह रुख दर्शाता है कि वह इस मामले में पूरी तरह से कानून के दायरे में रहकर काम करेगा।
मस्जिद और मकानों पर लटकी तलवार
लक्ष्मणगंज में बनी मस्जिद और 34 मकानों को लेकर प्रशासन की कार्रवाई की तैयारी से स्थानीय लोगों में बेचैनी बढ़ गई है। नगर पालिका का कहना है कि यह पूरी जमीन उनकी है और इसे बिना अनुमति के कब्जा कर लिया गया। दूसरी ओर, शहर के इमाम ने प्रशासन से गुहार लगाई है कि इस मसले का कोई बीच का हल निकाला जाए। हालांकि, प्रशासन ने साफ कर दिया है कि वह कानून के मुताबिक ही फैसला लेगा और किसी भी तरह की ढील नहीं दी जाएगी।
पहले से विवादों में है संभल
संभल जिला पहले भी धार्मिक स्थलों को लेकर चर्चा में रहा है। शहर की शाही जामा मस्जिद को लेकर हिंदू पक्ष ने दावा किया है कि वहां पहले मंदिर था। इस मामले में कोर्ट में याचिका दायर की गई है और मस्जिद का दो बार सर्वे भी हो चुका है। अभी मस्जिद की रंगाई-पुताई का काम चल रहा है, लेकिन अब लक्ष्मणगंज का यह नया विवाद सुर्खियों में आ गया है।
आगे क्या होगा?
प्रशासन ने संकेत दे दिया है कि वह इस मामले में पीछे नहीं हटेगा। पहले भूमि बेचने वालों और कब्जा करने वालों के खिलाफ कानूनी कार्रवाई होगी, फिर अवैध निर्माण को ध्वस्त करने की प्रक्रिया शुरू की जाएगी। इस फैसले ने इलाके में हलचल मचा दी है और लोग यह देखने के लिए बेसब्र हैं कि प्रशासन का अगला कदम क्या होगा। इस बीच, यह मामला संभल में एक बार फिर धार्मिक और प्रशासनिक तनाव का कारण बनता दिख रहा है।
(यह खबर मौजूदा जानकारी के आधार पर तैयार की गई है। स्थिति में बदलाव होने पर अपडेट किया जाएगा।)